विपक्ष की ओर से लगातार किसान और गरीब विरोधी होने का आरोप झेल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सप्ताह विपक्ष पर पलटवार किया. साथ ही अपने पार्टी नेताओं को समझाया कि जाओ और लोगों को जाकर समझाओ कि विपक्ष सरकार पर गरीब और किसान विरोधी होने का जो आरोप लगा रहा है, वह पूरी तरह से झूठ है. अफसरों को समझाया कि अनावश्यक तनाव नहीं लेना चाहिए. जीवन को फाइलों में नहीं गुम करना चाहिए और परिवार के साथ क्वॉलिटी समय बिताना भी जरूरी है.
भूमि अधिग्रहण बिल पर कांग्रेस के आरोपों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे मुकेश अंबानी जैसे लोगों के लिए जमीन नहीं मांग रहे हैं. सरकार गरीबों के हित में काम कर रही है. पीएम ने भाजपा सांसदों से कहा कि विपक्ष की ओर से जो झूठ फैलाया जा रहा है उस पर आंख से आंख मिलाकर बात करें.
– अमर उजाला
विपक्ष की ओर से लगातार किसान और गरीब विरोधी होने का आरोप झेल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए विपक्ष पर पलटवार किया. उन्होंने शौचालय निर्माण, पेंशन, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और सबके लिए घर जैसी योजनाओं को गिनवाते हुए आक्रामक लहजे में सवाल किया कि क्या सरकार जो घर बनवाएगी वह मुकेश अंबानी (अमीरों) के लिए होगा? क्या बेटी पढ़ाओ योजना का लाभ आइएएस और सांसदों की बेटियों को मिलेगा? संसद परिसर में कार्यशाला में पार्टी सांसदों को सरकार की ओर से गरीबों, किसानों व आम जनता के लिए किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी गई. – दैनिक जागरण
रविवार को नरेंद्र मोदी ने अपने सांसदों के लिए आयोजित वर्कशॉप में उन्हें सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि जाओ और लोगों को जाकर समझाओ कि विपक्ष सरकार पर गरीब और किसान विरोधी होने का जो आरोप लगा रहा है, वह पूरी तरह से झूठ है.
– नवभारत टाइम्स
राहुल ने भाषण में कई बार मोदी को ‘आपके प्रधानमंत्री’ कहा. जब बीजेपी नेताओं ने इस पर ऐतराज किया तो राहुल ने कहा, ठीक है आपके नहीं, देश के प्रधानमंत्री. लेकिन अगले ही पल उन्होंने पूछा, क्यों आपके प्रधानमंत्री नहीं हैं क्या? (मोदी के 10 लाख के सूट पर राहुल के इस कमेंट का बीजेपी सांसदों ने विरोध किया. इस पर राहुल बोले, सूट का मामला तो खत्म हो गया है. आपने उसे नीलाम कर दिया. उसके बारे में अब हम नहीं बोलेंगे. खुश.) यह बड़े लोगों की सरकार है. उद्योगपतियों की सरकार है. सूट-बूट वालों की सरकार है. यह सभी जानते हैं.
– नवभारत टाइम्स
मोदी ने अधिकारियों से हल्के अंदाज में बात भी की. उन्होंने कहा, अफसरों को तनाव नहीं लेना चाहिए क्योंकि उन्हें देश चलाना होता है….आपको हमेशा सीरियस रहने को कहा जाता है. क्या खुश रहने पर पाबंदी है…. आपका जीवन फाइलों में नहीं गुजरना चाहिए. परिवार के साथ क्वॉलिटी समय बिताना भी जरूरी है. – नवभारत टाइम्स
सिविल सेवा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सिविल सेवा के अधिकारियों से कहा कि नौकरशाही के नजरिये और राजनीतिक दखलंदाजी की अक्सर चर्चा होती है. इसे लोकतांत्रिक प्रणाली में बाधक माना जाता है, जबकि लोकतंत्र में नौकरशाही व राजनीतिक हस्तक्षेप साथ-साथ चलते हैं. यही लोकतंत्र की विशेषता है.
– दैनिक जागरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अपनी सांसद निधि खर्चने में अव्वल साबित हुए हैं. इस निधि को लेकर संजीदा मोदी पूर्वाचल के सभी सांसदों को पीछे छोड़ दिया है. सांसद निधि की झोली प्रधानमंत्री ने कुछ इस तरह से खोली कि पहली छमाही में मिले ढाई करोड़ बजट के सापेक्ष करीब पांच करोड़ का इस्टीमेट भी तैयार करा लिया. – दैनिक जागरण
कोसी और सीमांचल में आए तूफान के पीडि़तों को राहत मुहैया कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तत्परता से उनके कट्टर राजनीतिक विरोधी व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके मुरीद हो गए हैं। 61 लोगों की जान और सैकड़ों करोड़ रुपये के माल का नुकसान करने वाले इस तूफान में तत्काल मदद के लिए नीतीश ने मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह का शुक्रिया अदा किया है।
– दैनिक जागरण