नवल कान्त सिन्हा
(News Rating Point) 17.02.2016
ग़ालिब आज ज़िंदा होते तो कितना खुश होते… उनके प्रतिद्वंद्वी जौक झूम उठते… फ़िराक पर मस्ती का सुरूर छा जाता…. आखिर जिस पर इतना कुछ लिखा-पढ़ा गया, उसका ये हाल था यूपी… यूपी के वजीर-ए-आला को सलाम पहुंचे…. दुआएं लगें… देर आयद-दुरुस्त आयद… कम से कम दुनिया के सबसे शरीफ वोटरों से किया वादा तो उन्होंने निभाया… मयकशों के लिए इससे बड़ी खुशखबरी क्या हो सकती है कि अपने यूपी में अंग्रेजी शराब के दामों में 15 से 25 प्रतिशत तक कमी आ जायेगी…. हां, हां, आपके लिए मामूली बात होगी लेकिन उनसे पूछिए न, जिनको बिना होठों से लगाए नींद नहीं आती थी… लेकिन क्या बताएं, इस सुनहरे पानी को सोना-चांदी बनाकर रख दिया गया था यूपी में… जो खुद चढ़ती है, उसके दाम आसमान पर चढ़ा रखे थे…
सही है कि आप नाक-भौं सिकोड़ रहे होंगे कि शरीफ कैसे कह दिया… लेकिन सच मानिए ये शराबी ही सबसे शरीफ जनता है… कभी भी अपने पर अत्याचार के खिलाफ आवाज़ नहीं उठाती है…. क्या कभी सुना कि शराब के दाम बढ़ने पर शराबियों ने प्रदर्शन किया… धरना दिया… मंत्री को ज्ञापन दिया… कभी कहा कि हम इतना ज़्यादा टैक्स देकर अपना लीवर खराब करते हैं… हमारे लीवर को बचाने के लिए अस्पतालों में छूट मिलनी चाहिए…. अरे पिछली ही सरकार की तो बात है… बोतल की एमआरपी के बाद भी दस-बीस रुपया देना पड़ता था. दुकानदार बोलते थे कि माया टैक्स है… लेकिन कभी किसी शरीफ शराबी ने चूं की हो तो बोलो… अरे अपने अखिलेश यादव भैया ने वादा कर दिया कि शाम की दवा सस्ती कर देंगे… इन वोटरों ने झूमकर वोट दिया और उनकी सरकार बनवा दी… लेकिन चार साल हो गए सरकार ने कुछ नहीं किया था… लेकिन इन शाम की दवा के मरीजों ने कभी कुछ नहीं कहा…. लेकिन पता नहीं कैसे वजीर-ए-आला को लगा कि ‘शरीफों’ की आह लगती है तो उन्होंने सस्ता करने का निर्णय ले लिया. अब देखिये किसी शराबी ने इस पर कुछ नहीं कहा लेकिन बाकी लोग चिल्ला रहे हैं कि चुनाव पास आया तो ऐसा किया. कोई कह रहा है कि हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में अंग्रेजी शराब की तस्करी हो रही थी, इसलिए किया… लेकिन ‘शरीफ शराबी’ तो खुश हैं कि चलो सस्ता तो किया….
[box type=”info” head=”नोट”]सिर्फ हास्य-व्यंग्य है, दिल पर न लें… किसी का कलेजा दुखाना कभी किसी हास्य-व्यंग्य का मकसद नहीं हो सकता, सचमुच… फिर भी बुरा लगा तो- हमसे भूल हो गयी हमका माफी दई दो… नहीं तो फोन कर दो, मेल कर दो- आइंदा आपसे बचकर चलेंगे भैया…[/box]