HIT ** (News Rating Point) 18.07.2015
इस सप्ताह सोनिया गांधी अपनी इफ्तार पार्टी की वजह से चर्चा में रहीं. मीडिया ने इस इफ्तार को कांग्रेस की ताकत और मानसून सत्र से जोड़कर देखा. इफ्तार पार्टी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोनिया से बातें करते देखे गए. राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ’ब्रायन भी वहीं बैठे थे. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, द्रमुक नेता कनिमोई, जदयू के अध्यक्ष शरद यादव और केसी त्यागी भी इफ्तार पार्टी में आए. बसपा के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा उपस्थित थे जबकि माकपा नेता मोहम्मद सलीम कुछ देर के लिए आए. लेकिन वाम दलों के अन्य नेता यहाँ नहीं पहुंचे. सोनिया गांधी के इफ्तार में वामदलों का न आना सबसे ज्यादा आश्चर्यजनक था क्योंकि उन्होंने आने की हामी भरने के बाद इनकार कर दिया. राजद प्रमुख लालू प्रसाद इफ्तार पार्टी में नहीं आए लेकिन उन्होंने अपने पार्टी सहयोगी प्रेमचंद गुप्ता और जयप्रकाश यादव को भेजा. इफ्तार में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित सहित कई विदेशी राजनयिक भी मौजूद थे. लालू प्रसाद यादव ने न आकर बताने की कोशिश की है कि मुख्यमंत्री के मुद्दे पर नीतीश का साथ देने के कांग्रेस के फैसले पर उनकी नाराजगी खत्म नहीं हुई है. उनके समधी मुलायम सिंह यादव भी नहीं पहुंचे. सोनिया ने इस साल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या उनकी सरकार के किसी मंत्री को न्यौता नहीं भेजा था.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)