पाकिस्तान में हिन्दुओं की क्या दशा है, उसका प्रत्यक्ष प्रमाण है कि सिंध में फिर तीन मंदिरों में तोड़फोड़ की गयी. पाकिस्तान के सिंघ राज्य के घोतकी इलाके में कट्टरपंथियों में तीन मंदिरों में जमकर तोड़फोड़ की.
ये विवाद वहां के एक स्कूल के एक हिन्दू शिक्षक पर ईश निंदा के झूठे आरोपों से शुरू हुआ. शिक्षक पर आरोप एक छात्र ने लगाया था. इसकी खबर जब कट्टरपंथियों को लगी तो उन्होंने स्कूल और मंदिर पर हमला बोल दिया और जमकर तोड़फोड़ की. हैरानी की बात ये है कि इस मौके पर वहां मौजूद पुलिस तमाशबीन बनी रही. इस घटना के बाद घोटकी में सन्नाटा पसर गया है. हिन्दू समुदाय के लोग डरे हुए हैं.
Alarming reports of accusations of blasphemy in #Ghotki and the outbreak of mob violence. https://t.co/PEc15iBsJi
— Human Rights Commission of Pakistan (@HRCP87) September 15, 2019
कट्टरपंथी नेता मियाँ मिट्ठू और उसके अराजक साथियों ने घोटकी में हिन्दुओं पर हमला कर दिया. घोटकी शहर में इन दंगाइयों के चलते बंद हो गया.हिंदू सामुदाय बुरी तरह से डरा-सहमा है. दंगे की शुरुआत उस समय हुई जब सिंध पब्लिक स्कूल के हिंदू प्रिंसीपल के खिलाफ थाने रिपोर्ट दर्ज हुई. मामला धरा 295-C के अंतर्गत प्रिंसीपल के खिलाफ ईशनिंदा के लिए दर्ज हुआ. पाकिस्तान से आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार दंगाइयों की भीड़ ने हिंदू परिवारों पर हमला बोल दिया और सड़क जाम कर दिया. पाकिस्तान तहरीक ए इन्साफ पार्टी के नेता रमेश कुमार वन्क्वानी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उपद्रवियों ने तीन मंदिरों, एक प्राइवेट स्कूल और हिंदू समुदाय से जुड़े घरों में जमकर तोड़फोड़ की.