गुजरात के प्रभास क्षेत्र में त्रिवेणी संगम के निकट माँ सती के 52 शक्तिपीठों में से एक चंद्रभागा शक्ति पीठ का वर्णन पुराणों में भी उल्लेखित किया गया है। कपिला, हिरण्या एवं सरस्वती नदी के त्रिवेणी संगम पर शमशान भूमि के निकट सोमनाथ ज्योतिरलिंग के समीप है यह शक्तिपीठ। माना जाता है कि यहाँ माँ सती का उदर/आमाशय गिरा था। यहाँ देवी को चंद्रभागा के रूप में जाना जाता है। देवी के इस रूप के रक्षण हेतु वक्रतुंड भैरव हमेशा से उनके निकट विराजमान हैं। वर्तमान समय में यह शक्तिपीठ सोमनाथ ट्रस्ट के श्री राम मंदिर के पिछले हिस्से के ओर व हरिहर वन के निकट स्थित है। मंदिर की ओर जाने का रास्ता श्री राम मंदिर के प्रवेश द्वार के बाएं तरफ से जाता है।
जानिये पूरी दुनिया में कितनी शक्तिपीठ हैं और वे किन स्थानों पर हैं.