वाराणसी। बनारस के नाटीइमली का भरतमिलाप पूरी दुनिया का एक अनूठा उत्सव है। मात्र पांच मिनट के इस आयोजन को देखने के लिए लाखों की तादात में लोग आते हैं। इस कार्यक्रम में विदेशी सैलानियों को भी देखा जा सकता है।
इस साल भरतमिलाप का ये 476वां आयोजन था। गोधूलि बेला में यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस अद्भुत क्षण को देखने के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचे। चारों भाइयों का मिलन देख पूरी जनता भगवान राम और बाबा भोलेनाथ के जयकारे लगाने लगी। लीला के लिए क्या छत, गली, सड़क हर ओर भक्त अलौकिक छठा को नयनों में बसाने के लिए आतुर दिखे। लीला के अवसर पर राज परिवार के अनंत नारायण सिंह भी मौजूद रहे।
श्रीचित्रकूट रामलीला समिति के तत्वावधान में भरत मिलाप की यह लीला विगत 475 वर्षों से अनवरत होती आ रही है। लीला के 476वें संस्करण के लिए भरत मिलाप मैदान सजाया गया।
चित्रकूट की रामलीला में परंपरा अनुसार आश्विन शुक्ल एकादशी को भरत मिलाप का आयोजन होता है। 14 वर्ष के वनवास के दौरान भगवान राम दशानन का वध करने के बाद अयोध्या की ओर लौटते हैं। पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ पुष्पक विमान पर सवार होकर मर्यादा पुरुषोत्तम राम भरत मिलाप मैदान पर पहुंचते हैं।